भारत-जापान अध्ययन केंद्र
भाप्रसंबें जापान के सर्वश्रेष्ठ व्यवसाय विद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में से कुछ जैसे कि हितोत्सुबशी विश्वविद्यालय, जापान अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, कियो विश्वविद्यालय, टोकियो विश्वविद्यालय, क्योटो विश्वविद्यालय और वासेडा विश्वविद्यालय के साथ कई वर्षों से लगातार अनुसंधान सहयोग एवं छात्र विनिमय कार्यक्रम से जुड़ा है। उद्योगों के साथ संबंध एवं साझेदारियां भी स्थापित की गई हैं। भाप्रसंबें अपने एमबीए छात्रों को जापान पर अनन्य रूप से एक ऐच्छिक पाठ्यक्रम की पेशकश करता है। भाप्रसंबें में संकाय जापान से संबंधित अनुसंधान एवं शिक्षण में शामिल हैं।
भाप्रसंबें में भारत - जापान अध्ययन केन्द्र की भूमिका
भारत और जापान के बीच तेजी से बढ़ रहे कारोबारी संबंधों को प्रेरित करने वाले कारोबारी एवं राष्ट्रीय हितों के साथ, अपनी शैक्षणिक एवं अनुसंधान दक्षता के आधार पर भाप्रसंबें ने आपसी हित के क्षेत्रों में काम करने के लिए दोनों देशों की शैक्षणिक, उद्योग एवं सरकारी एजेंसियों के बीच सहयोगात्मक पहलों को सुगम बनाने के लिए भारत - जापान अध्ययन केन्द्र स्थापित करने की संकल्पन तैयार की। इनमें व्यवसाय परिवेश, सरकारी नीतियाँ, नवाचार, परियोजना प्रबंध, सोर्सिंग, प्रौद्योगिकी अंतरण, विकास एवं प्रबंध, संपोषणीयता, बौद्धिक संपदा अधिकार तथा स्थानीय संस्कृति एवं व्यवसाय प्रथाओं की समझ जैसे विषय शामिल होंगे। क्षेत्रीय केंद्रबिंदु ऊर्जा एवं परिवहन सहित अवसंरचना तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों पर होगा।
इस समय शैक्षणिक संस्थानों में, विशेष रूप से प्रबंध संस्थानों में भारत - जापान व्यवसाय के संगत क्षेत्रों में ज्ञान के सृजन, आदान-प्रदान एवं प्रसार के लिए भारत में कोई संकेन्द्रित पहल नहीं है। भाप्रसंबें में भारत - जापान अध्ययन केन्द्र का उद्देश्य एक अग्रणी अनुसंधान एवं नेटवर्किंग केन्द्र बनना है जो छात्रों, शोधकर्ताओं, व्यवसाय प्रबंधकों एवं नीति निर्माताओं को भारत और जापान के व्यवाय की गहरी समझ प्रदान करेगा।
भारत में अवस्थिति की दृष्टि से बेंगलूर में सबसे अधिक भारतीय कंपनियां और व्यवसायी हैं। इसके अलावा बेंगलूर के नवाचारी पारिस्थितिकी तंत्र को विश्व के सर्वोत्तम पारिस्थितिकी तंत्र में स्थान प्राप्त हुआ है।
भारत - जापान अध्ययन केन्द्र शुरू करने के लिए भाप्रसंबें आदर्श स्थिति में है क्योंकि जापान की अनेक उच्च अध्ययन संस्थाओं के साथ इसके सतत् अनुसंधान सहयोग तथा छात्र विनिमय कार्यक्रम हैं। भाप्रसंबें में भारत - जापान अध्ययन केन्द्र की संकेन्द्रित गतिविधियों का उद्देश्य भारत और जापन के बीच शैक्षणिक - व्यवसाय अंत:क्रिया को प्रेरित करना, सुदृढ़ करना और बनाए रखना होगा।
भारत - जापान अध्ययन केन्द्र का मिशन
अनुसंधान, शिक्षण और नीति पहुँच के प्रयासों के माध्यम से भारत में जापान और जापान में भारत की समझ को बढ़ावा देना
उद्देश्य
- जापानी व्यवसाय का इतिहास, व्यवसाय कार्यनीतियों, संस्कृति एवं प्रौद्योगिकी नवाचारों का ज्ञान केन्द्र बनना
- भारत और जापान की सहयोगात्मक परियोजनाओं पर संकेन्द्रित अध्ययन शुरू करना
- जापान की साझेदार संस्थाओं, उद्योग और भाप्रसंबें के बीच सहयोगात्मक अनुसंधान को बढ़ावा देना
- जापान की उच्चतर अध्ययन संस्थाओं से छात्रों, उद्योग से व्यवसायियों एवं नीति निर्माताओं को अपने यहाँ बुलाना
- संकेन्द्रित क्षेत्रों में शैक्षिक अनुसंधान के परिणामों का प्रसार करना
सतत् पहलें
- भाप्रसंबें और हितोत्सुबशी विश्वविद्यालय वैश्विक उन्नत प्रबंध नेटवर्क (जीएनएएम) में साझेदार हैं तथा बेंगलूर एवं जापान में आयोजित जीएनएएम सप्ताह के दौरान दोनों संस्थाओं के बीच छात्रों का विनिमय होता है
- अंतर्राष्ट्रीय बाजारों के लिए व्यवसाय योजना (बीपीआईएम) कार्यक्रम जो एक ऐच्छिक पाठ्यक्रम है, के अंग के रूप में हर साल भाप्रसंबें से 30 एमबीए छात्रों का ग्रुप जापान जाता है
- भाप्रसंबें ने जापान के 6 विश्वविद्यालयों अर्थात् हितोत्सुबशी विश्वविद्यालय, जापान अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, कियो विश्वविद्यालय, टोकियो विश्वविद्यालय, क्योटो विश्वविद्यालय और वासेडा विश्वविद्यालय के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं
- जापान के विदेश मंत्रालय ने 'जेईएनईएसवाईएस 2016' नामक एक अल्पावधिक विनिमय कार्यक्रम की पेशकश की जिसके तहत् उसने आपसी समझ तथा जापान की अर्थव्यवस्था एवं समाज की वैश्विक समझ को बढ़ावा देने के लिए 8 दिन के लिए भाप्रसंबें से 5 एमबीए छात्रों को आमंत्रित किया
- Ongoing research, publication and teaching collaborations with University of Osaka and Hitotsubashi University
- ओसाका विश्वविद्यालय एवं हितोत्सुबशी विश्वविद्यालय के साथ सतत् अनुसंधान, प्रकाशन एवं शिक्षण सहयोग
- एक जापानी कंपनी (सोनी इंटरनैशनल) के लिए वरिष्ठ कार्यपालक कार्यक्रम संचालित किया गया
- कक्षा कक्ष प्रौद्योगिकी के लिए सहायता हेतु मित्सुबिशी के साथ उद्योग संबंध
- संपोषणीयता पर व्यापक मुक्त ऑनलाइन पाठ्यक्रम (एमओओसी) जापानी भाषा में शुरू किया गया