Centres Of Excellence

To focus on new and emerging areas of research and education, Centres of Excellence have been established within the Institute. These ‘virtual' centres draw on resources from its stakeholders, and interact with them to enhance core competencies

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उत्कृष्टता केंद्र

अनुसंधान और शिक्षा के नए और उभरते क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए, संस्थान के भीतर उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए गए हैं। ये 'वर्चुअल' केंद्र अपने हितधारकों से संसाधनों पर आकर्षित होते हैं, और कोर दक्षताओं को बढ़ाने के लिए उनके साथ बातचीत करते हैं

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Faculty

Faculty members at IIMB generate knowledge through cutting-edge research in all functional areas of management that would benefit public and private sector companies, and government and society in general.

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संकाय

भाप्रसंबें के संकाय सदस्य प्रबंध के सभी कार्यात्मक क्षेत्रों में अद्यतन शोध के माध्यम से ज्ञान उत्पन्न करते हैं जिससे सामान्यतः सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र कंपनियों और सरकार एवं समाज को लाभ प्राप्त होगा ।

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IIMB Management Review

Journal of Indian Institute of Management Bangalore

आईआईएमबी मैनेजमेंट रिव्यू

भारतीय प्रबंध संस्थान बेंगलूर की पत्रिकाएँ

IIM Bangalore offers Degree-Granting Programmes, a Diploma Programme, Certificate Programmes and Executive Education Programmes and specialised courses in areas such as entrepreneurship and public policy.

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भाप्रसं बेंगलूर दीर्घावधि कार्यक्रम, उद्यमवृत्ति एवं सार्वजनिक नीति जैसे क्षेत्रों में दीर्घावधि कार्यक्रम, कार्यपालक शिक्षा कार्यक्रम एवं विशिष्ट पाठ्यक्रम प्रस्तुत करता है ।

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About IIMB

The Indian Institute of Management Bangalore (IIMB) believes in building leaders through holistic, transformative and innovative education

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भाप्रसंबें के विषय में

भारतीय प्रबंध संस्थान बेंगलूर (भाप्रसंबें) समग्र, रूपांतकारी एवं नवीन शिक्षा के माध्यम से नेताओं का निर्माण करने में विश्वास करता है ।

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भाप्रसंबें में इज़राइल केन्‍द्र

भारत और इज़राइल के बीच द्विपक्षीय विकास सहयोग का एक लंबा एवं लाभप्रद इतिहास रहा है, विशेष रूप से 1992 से जब औपचारिक राजनयिक संबंध स्‍थापित किए गए। उद्यमी गतिविधि को बढ़ावा देने पर भारत सरकार द्वारा नए सिरे से बल दिए जाने के कारण दोनों देशों के बीच व्यवसाय एवं शैक्षणिक संपर्कों का महत्‍व बढ़ गया है। भारत के प्रधानमंत्री के इज़राइल के हाल ही के दौरे ने इस संबंध के महत्‍व पर बल दिया तथा विशेष रूप से इज़राइल के लोगों में जागरूकता बढ़ाई।

परंपरागत रूप से भारत और इज़राइल के बीच आर्थिक साझेदारी रक्षा और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में रही हैं। अन्‍य क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने की संभावना बहुत अधिक है। इनमें कृषि खाद्य प्रौद्योगिकी, डिजिटल स्वास्थ्य, वित्तीय प्रौद्योगिकी, उद्योग 4.0, मोबाइल और दूरसंचार तथा जल एवं ऊर्जा शामिल हैं।

भारत - इज़राइल आर्थिक संबंध मौलिक संपूरकता पर आधारित हैं। इज़राइल जीवंत प्रौद्योगिकी आधारित नवाचार एवं उद्यमवृत्ति पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश करता है। भारत उद्यमिता की अपनी प्रबल आकांक्षा के कारण इससे लाभ लेने का प्रयास करता है। भारत निवेश के लिए नवाचारी अवसरों के साथ एक विशाल बाजार की पेशकश करता है। इज़राइल बाजार बढ़ाने के लिए अपनी प्रबल आकांक्षा के कारण इससे लाभ लेने का प्रयास करता है।

संपूरक होने की प्रकृति को देखते हुए भारत - इज़राइल व्‍यवसाय संबंध का सार दोनों पक्षों की अच्‍छाइयों एवं कमजोरियों की गहरी समझ तथा सहयोग के उचित तथा प्रसंग के अनुरूप विवेकपूर्ण संरचना प्रबुद्ध निर्माण से सुदृढ़ होगा।

भारत और इज़राइल के बीच व्यवसाय सहयोग में इतनी अधिक वृद्धि के कारण अवसर के कुछ नए क्षेत्र उत्‍पन्‍न हो रहे हैं जिनके लिए गहरी शैक्षणिक एवं प्रबंधकीय भागीदारी की आवश्‍यकता है। इनमें प्रौद्योगिकी नवाचार, व्यवसाय कार्यनीति एवं इतिहास, सरकारी नीतियों एवं संस्‍कृति की समझ शामिल है। यह दोनों देशों की शैक्षिक संस्‍थाओं के बीच सहयोग की संभावना प्रदान करता है।

नवंबर 2016 में इज़राइल के राष्‍ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान भारत और इज़राइल के विश्‍वविद्यालयों के प्रमुखों के बीच 20 से अधिक करारों पर हस्‍ताक्षर हुए जिनका उद्देश्‍य शैक्षणिक सहयोग, छात्र एवं संकाय विनिमय तथा अनुसंधान साझेदारी बढ़ाना है।