कंपनी अभिशासन एवं नागरिकता केन्द्र
भारतीय प्रबंध संस्थान बेंगलूर में कंपनी अभिशासन एवं नागरिकता केन्द्र (सीसीजीसी) का उद्घाटन 2003 में दक्षिण अफ्रीका के न्यायाधीन मेरविन किंग द्वारा किया गया जो आचार शास्त्र एवं अभिशासन पर विश्व के प्रमुख प्राधिकारियों में से एक हैं। अभिशासन की समझ में सुधार के लिए केन्द्र विभिन्न संकायों के बहुविषयक योगदान को एक छतरी के नीचे लाता है, जिसमें आचार शास्त्र तथा जिम्मेदार व्यवसाय एवं संपोषणीयता के सभी पहलू शामिल हैं। केन्द्र वाद-प्रतिवाद को प्रोत्साहित करते हुए तथा सूचना के प्रसार के माध्यम से और समसामयिक विषयों पर जारी अनुसंधान में शामिल होकर भारत सरकार को नीतिगत सहायता भी प्रदान करता है। यह शैक्षणिक समुदाय, उद्योग और साथ ही गैर लाभ क्षेत्रों के साथ संबद्ध रहता है।
यह केन्द्र कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय द्वारा प्रायोजित राष्ट्रीय कॉरपोरेट अभिशासन प्रतिष्ठान द्वारा राष्ट्रीय उत्कृष्टता केन्द्र के रूप में प्रत्यायित होने वाले पहले केन्द्रों में से एक था। राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग चेंबरों के साथ अपने संबंध के माध्यम से सीसीजीसी ने देश में कंपनी अभिशासन के मानकों में वृद्धि करने में अग्रणी भूमिका निभाई है। अभिशासन, आचार शास्त्र और जिम्मेदारी के अनोखे संयोजन ने केन्द्र को उचित कॉरपोरेट व्यवहार के विविध आयामों के संगम तथा राष्ट्रीय एवं निवेशक संपदा सृजन के लिए उपयुक्त गंतव्य बनाया है।
सीसीजीसी की सहायता एवं वित्त पोषण करना
सीसीजीसी अनुसंधान, शिक्षा, प्रशिक्षण, हिमायत एवं प्रसार से जुड़ी केन्द्र की गतिविधियों के लिए कंपनियों और प्रतिष्ठानों से सहायता का स्वागत करता है। कृपया मनोज चक्रवर्ती से संपर्क करें : manoj.chakravarti[at]iimb[dot]ac[dot]in
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