सार्वजनिक नीति
भाप्रसं बेंगलूर का सार्वजनिक नीति केन्द्र (सीपीपी) एक अग्रणी नीति थिंक टैंक है जो अत्याधुनिक अनुसंधान, शिक्षण एवं क्षमता निर्माण का कार्य करता है । अनुसंधान, शिक्षण एवं नीति विश्लेषण में सीपीपी की भागीदारी विशिष्ट रूप से ऐसी चुनौतियों पर केन्द्रित है, जिनका भारत जैसे उभरते देश अनेक देशों में प्रतिस्पर्धी विकास के जटिल वैश्विक परिवेश एवं सुरक्षा और विकास के विरोधाभासी हितों से बाहर निकलने में सामना कर रहे हैं । कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी), भारत सरकार, संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) और भाप्रसंबें के बीच साझेदारी के माध्यम से 2000 में इस केन्द्र का गठन किया गया ।
केन्द्र का विज़न एवं मिशन
सीपीपी का उद्देश्य एशिया में अग्रणी सार्वजनिक नीति स्कूल बनना है । सीपीपी का मिशन सार्वजनिक नीति में नए चिंतन एवं नई दिशाओं को प्रेरित करना तथा विकास के परिणामों में सुधार हेतु उप राष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तरों पर पणधारियों के साथ काम करना है । केन्द्र विविधता की जटिलताओं तथा धर्म, जाति, भाषा एवं भूगोल के प्रतिस्पर्धी रुचियों पर भी विचार करता है । यह साक्ष्य आधारित नीतिगत समाधानों पर काम करता है जो स्थायी, साम्यपूर्ण एवं समावेशी हैं । क्रियात्मक अनुसंधान, शिक्षा एवं पहुँच के अपने मिश्रण के माध्यम से सीपीपी प्रतिस्पर्धी विचारों को पोषित करना चाहता है, रचनात्मक समस्या समाधान के लिए क्षमता निर्मित करना चाहता है और उच्च कोटि के नीतिगत विश्लेषण तैयार करना चाहता है जो अनेक क्षेत्र के नीति निर्माताओं को प्रभावित करेंगे ।
सार्वजनिक नीति में एफपीएम
Tसार्वजनिक नीति में प्रबंध में फेलो कार्यक्रम (पीएचडी के समतुल्य) सार्वजनिक नीति विश्लेषण, डिजाइन, प्रक्रिया एवं प्रबंध में अनुसंधान पर बल देता है । वाचस्पति स्तरीय पाठ्यक्रमों में ऐसा अनुसंधान शामिल है, जो व्यापक श्रेणी के क्षेत्रों नीतिगत क्षेत्रों में फैला है । पाठ्यक्रम में विश्लेषणात्मक विधियाँ तथा अनुसंधान के उपकरण, नीति विश्लेषण, सार्वजनिक प्रशासन एवं कानून, सूक्ष्म अर्थशास्त्र, संगठनात्मक सिद्धांत, सार्वजनिक एवं संस्थागत अर्थशास्त्र शामिल हैं । यह संकाय द्वारा प्रस्तुत अनेक वैकल्पिक पाठ्यक्रमों के अलावा है । संकाय सदस्यों के पास निम्नलिखित क्षेत्रों में अनुसंधान का मार्गदर्शन करने की विशेषज्ञता एवं दक्षता है :
• कृषि एवं ग्रामीण विकास
• लोकतंत्र एवं विकेन्द्रीकरण
• पर्यावरण/पारिस्थितिकीय अर्थशास्त्र
• स्वास्थ्य नीति
• औद्योगिक नीति
• अवसंरचना
• संस्थागत संरचना तथा प्रभावी अभिशासन
• नीति प्रतिरूपण
• सार्वजनिक वित्त
• सार्वजनिक प्रबंध
• सार्वजनिक सेवा प्रदायगी
• विनियमन
• शहरी अभिशासन
• सार्वजनिक निजी साझेदारी, राजनीतिक अर्थशास्त्र, लिंग एवं विकास
सार्वजनिक नीति एफपीएम के भूतपूर्व छात्रों ने शैक्षिक एवं नीतिगत दोनों पदों को सफलतापूर्वक हासिल किया है ।
संकाय सदस्य
अनिल बी सूरज* एलएलएम (एनएलएसआईयू) |
जी रमेश फेलो (भाप्रसं अहमदाबाद) |
अर्नब मुखर्जी पीएचडी (परडी आरएएनडी) अध्यक्ष, सार्वजनिक नीति अध्यक्ष, सार्वजनिक नीति केन्द्र |
राजलक्ष्मी कामथ पीएचडी (मिशिगन स्टेट) अध्यक्ष सार्वजनिक नीति एवं प्रबंध में स्नातकोत्तर कार्यक्रम |
दीपक मालघाण पीएचडी (मैरीलैंड) |
शबाना मित्रा पीएचडी (वंदेरबिल्ट विश्वविद्यालय) भाप्रसंबें युवा संकाय रिसर्च चेयर |
हेमा स्वामीनाथन पीएचडी (पेन्न स्टेट) |
श्रीराम एम एस* फेलो (भाप्रसं बेंगलूर) |
नयन तारा एस पीएचडी (बेंगलूर) अध्यक्ष, आंतरिक समिति |
*अतिथि संकाय